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working of indicating instrument(सूचक यंत्र की कार्यप्रणाली)

# Working of indicating instrument (सूचक यंत्र की कार्यप्रणाली) :- सूचक यंत्र पॉइंटर(सूचक) के माध्यम से इलेक्ट्रिकल वैल्यू(विद्युतीय मान) का मापन करता है जैसे:- पावर फैक्टर मीटर, वाट मीटर इत्यादि! सूचक यंत्र में तीन बल कार्य करते हैं:- (1) deflection torque (विक्षेपण बल) (2) controlling torque (नियंत्रण बल) (3) damping torque (अवमंदक बल) (1) deflection torque (विक्षेपण बल):- * स्केल पर प्वाइंटर (सूचक) को चलाने के लिए जो बल लगता है उसे विक्षेपण बल कहा जाता है! * विक्षेपण बल विद्युतधारा के समानुपाती होता है! * D.T=I(धारा) (2) controlling torque (नियंत्रण बल):- * सूचक को स्केल पर नियंत्रित करने का कार्य करता है! * नियंत्रण बल विक्षेपण बल के विपरीत कार्य करता है! * सूचक को शुन्य स्थिति पर लाने का कार्य नियंत्रण बल करता है! * स्टैंड स्टील (स्थिर स्थिति)में विक्षेपण बल नियंत्रण बल के बराबर होता है!  DT=CT # नियंत्रण बल के प्रकार:- (A) spring control (स्प्रिंग नियंत्रण) (B) gravity control (गुरुत्वीय नियंत्रण) (A) spring control (स्प्रिंग नियंत्रण):- * स्प्रिंग नियंत्रण प्रणाली में फॉस्फर...