What is mirror,spherical mirror
दर्पण क्या है
काँच के एक तरफ लेप लगा हो व दूसरे तरफ चमकदार दिखता हो उसे हम दर्पण कहते है। जिसमे हम किसी की भी छवि को देख सकते है। mirror एक प्रकाश युक्ति है जो प्रकाश के परावर्तन के आधार पर कार्य करती है
इसका उपयोग हम अपने आप के आकर, रूप और सौन्दर्य देखने के लिए करते है। दर्पणों के प्रकार उत्तल, अवतल, समतल इसका उपयोग वस्तु देखने के लिए करते है। लेकिन किस वस्तु में किस दर्पण का क्या उपयोग हैं
The coating is applied on one side of the glass and it looks shiny on the other side, we call it a mirror. In which we can see the image of anyone. Mirror is a lighting device which works on the basis of reflection of light.
We use it to see our own shape, form and beauty. Types of mirrors convex, concave, plane use it to see the object. But what is the use of which mirror in which object?
समतल दर्पण :- किसी समतल कांच की प्लेट को एक सिरे पर चांदी या जस्ते की पॉलिश कर दे तो निर्मित युक्ति समतल दर्पण कहलाती है। समतल दर्पण की फोकस दूरी अनंत होती है।
अपने छवि को देखने के लिए हमेशा समतल mirror का उपयोग करते है।
दाढ़ी बनाने वाले सीसे के रूप में समतल mirror का उपयोग करते है
There are mainly two types of mirrors.
Plane mirror:- If a plane glass plate is polished with silver or zinc on one end, then the device formed is called plane mirror. The focal length of a plane mirror is infinity.
Always use a plane mirror to view your image.
Bearers use a plane mirror as the lead.
गोलीय दर्पण :- कांच के किसी बड़े खोखले गोले का एक भाग लेकर इसके किसी एक पृष्ठ पर चमकदार पदार्थ की पॉलिश कर देने से बनी युक्ति गोलीय दर्पण कहलाती है।
A device made by taking a part of a large hollow sphere of glass and polishing a shiny material on one of its surfaces is called a spherical mirror.
गोलीय दर्पण के प्रकार :- गोलीय दर्पण मुख्यतः दो प्रकार का होता है।
उत्तल दर्पण :- ऐसा दर्पण जिसके गोलीय पृष्ठ के अंदर के भाग पर पॉलिश कर दे तो इसका उभरा हुआ भाग परावर्तक पृष्ठ का कार्य करें तो इसे उत्तल दर्पण कहते है।
There are mainly two types of spherical mirrors.
Convex mirror: - Such a mirror whose spherical surface is polished on the inner part, then its protruding part acts as a reflective surface, then it is called a convex mirror.
उत्तल दर्पण के उपयोग :- इसका प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।
इसका उपयोग वाहनों में पार्श्व दृश्य देखने के लिए किया जाता है। ये वाहनों के साइड में लगे रहते है। जिससे चालक दूर से आते वाहनों को आसानी से देख सकता है।
सोडियम परावर्तक लाइन पर उत्तल दर्पण का उपयोग किया जाता है।
गाड़ियों में पीछे की वस्तु या वाहनों को देखने के लिए उत्तल mirror का उपयोग करते है।
Uses of Convex Mirror :- It is used in the following way.
It is used for viewing side view in vehicles. They are kept on the side of the vehicles. This allows the driver to easily see the vehicles coming from afar.
A convex mirror is used on the sodium reflector line.
Convex mirrors are used in vehicles to see the object or vehicles behind.
अवतल दर्पण :- ऐसा दर्पण जिसके उबले हुए भाग पर पॉलिश कर दे तथा अंदर का भाग परावर्तक पृष्ठ का कार्य करें तो इसे अवतल दर्पण कहते हैं।
अवतल दर्पण के उपयोग :- अवतल दर्पण के उपयोग निम्न प्रकार है।
बड़ी फोकस दूरी तथा बड़े द्वार का अवतल दर्पण दाढ़ी बनाने के काम आता है।
Such a mirror whose boiled part is polished and the inner part acts as a reflective surface, then it is called a concave mirror.
Uses of Concave Mirror: The uses of a concave mirror are as follows. A concave mirror of a large focal length and a large door is used for shaving.
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