Atoms and atomic structure (परमाणु व परमाणु सरंचना)
लगभग 500 ईसा पूर्व ग्रीक दार्शनिक डेमोक्रिट्स एवं ल्यूसीपश्ल्यूसीपश् ने सूक्ष्मतम अविभाज्य कणो को ATOMS कहा। यह ग्रीक भाषा के atomio से लिया गया है जिसका अर्थ है न काटा जाने वाला या अविभाज्य। परंतु सिद्धांत डाल्टन ने दिया है।
महर्षि कन्नड़ का प्रस्ताव है कि परमानु (परमाणु) पदार्थ का अविनाशी कण है। परमाणु अविभाज्य है क्योंकि यह एक ऐसी अवस्था है जिस पर कोई मापन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने परमाणुओं के गुणों को निर्धारित करने के लिए अपरिवर्तनीय तर्कों का इस्तेमाल किया। उन्होंने यह भी कहा कि अनु की दो अवस्थाएँ हो सकती हैं - पूर्ण विश्राम और गति की अवस्था। आचार्य कन्नड़, जिन्हें कश्यप के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन भारतीय प्राकृतिक वैज्ञानिक और दार्शनिक थे, जिन्होंने जॉन डाल्टन की खोज से 2500 साल पहले परमाणुओं का सिद्धांत तैयार किया था। उन्होंने भारतीय दर्शन के वैशेषिक स्कूल की स्थापना की जो कि प्रारंभिक भारतीय भौतिकी का प्रतीक था।
परमाणु' शब्द का मूल अर्थ है, 'वह कण जिसे छोटे कणों में न विभाजित किया जा सके', लेकिन आधुनिक वैज्ञानिक प्रयोगों से पता चलता है कि परमाणु विभिन्न अपरमाणविक कणों से बना है। इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन एक परमाणु के संघटक कण है; सभी तीन फर्मिऑन हैं। हालांकि, हाइड्रोजन-1 के परमाणुओं में कोई न्यूट्रॉन नहीं है।
इलेक्ट्रॉन पर एक ऋणात्मक विद्युत आवेश होता है। इसका आकार बहुत छोटा होता है और द्रव्यमान 9.11 × 10−31 कि. ग्रा. है। इन कणों में इलेक्ट्रॉन सबसे हल्का है।
इलेक्ट्रान की खोज 19वीं सदी से अंत में हुई, जिसका अधिकतर श्रेय जे. जे. थॉमसन को जाता हैं।
प्रोटॉन पर धनात्मक आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 1.6726 × 10−27 कि.ग्रा. है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान के 1,836 गुना है। एक परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या परमाणु संख्या कहलाता है। प्रोटॉन की खोज अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा 1919 में किया गया था।
न्यूट्रॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। इसका द्रव्यमान 1.6929 × 10−27 कि.ग्रा. है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान के 1,839 गुना है। न्यूट्रॉन और प्रोटॉन का द्रव्यमान लगभग एक सामान होता है। न्यूट्रॉन की खोज अंग्रेज भौतिकविज्ञानी जेम्स चैडविक ने 1932 में की थी।
नाभिक
एक परमाणु में सभी प्रोटॉन और न्यूट्रॉन मिलकर एक छोटा परमाणु नाभिक बनाते है, और सामूहिक रूप से न्यूक्लिऑन कहलाते है। नाभिक की त्रिज्या लगभग, 1.07 3√A फेम्तोमीटर (en:Femtometre) के बराबर है, जहां A न्युक्लियोन की कुल संख्या है।
यह परमाणु की त्रिज्या की तुलना में काफी छोटा है, जो 105 फेम्तोमीटर के कोटि (ऑर्डर) की होती है।
हर परमाणु नाभिक से बना है और नाभिक एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन्स से सीमित है। नाभिक आम तौर पर एक या एक से अधिक न्यूट्रॉन और प्रोटॉन की एक समान संख्या से बना है। प्रोटान और न्यूट्रान न्यूक्लिऑन कहलाता है। परमाणु के द्रव्यमान का 99.94% से अधिक भाग नाभिक में होता है। प्रोटॉन पर सकारात्मक विद्युत आवेश होता है, इलेक्ट्रॉन्स पर नकारात्मक विद्युत आवेश होता है और न्यूट्रान पर कोई भी विद्युत आवेश नहीं होता है।
एक परमाणु के इलेक्ट्रॉन्स इस विद्युत चुम्बकीय बल द्वारा एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की ओर आकर्षित होता है। नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन एक अलग बल, यानि परमाणु बल के द्वारा एक दूसरे को आकर्षित करते है, जोकि विद्युत चुम्बकीय बल जिसमे सकारात्मक आवेशित प्रोटॉन एक दूसरे से पीछे हट रहे हैं, की तुलना में आम तौर पर शक्तिशाली है।
परमाणु के केन्द्र में नाभिक (न्यूक्लिअस) होता है जिसका घनत्व बहुत अधिक होता है। नाभिक का व्यास फर्मी में मापते हे । (एक फर्मि बराबर 10 की घात-15 ) नाभिक के चारो ओर ऋणात्मक आवेश वाले एलेक्ट्रान चक्कर लगाते रहते हैं जिसको एलेक्ट्रान घन (एलेक्ट्रान क्लाउड) कहते हैं। नाभिक, धनात्मक आवेश वाले प्रोटानों एवं अनावेशित (न्यूट्रल) न्यूट्रानों से बना होता है। जब किसी परमाणु में एलेक्ट्रानों की संख्या उसके नाभिक में स्थित प्रोटानों की संख्या के समान होती है तब परमाणु वैद्युकीय दृष्टि से अनावेशित होता है; अन्यथा परमाणु धनावेशित या ऋणावेशित ऑयन के रूप में होता है
नाभिक में प्रोटॉन की संख्या किसी रासायनिक तत्व को परिभाषित करता है: जैसे सभी तांबा के परमाणु में 29 प्रोटॉन होते हैं। न्यूट्रॉन की संख्या तत्व के समस्थानिक को परिभाषित करता है।अर्थात परमाणु के नाभिक मे उपस्थिति प्रोटॉन की संख्या उस तत्व का परमाणु क्रमांक कहलाता है
इलेक्ट्रॉनों की संख्या एक परमाणु के चुंबकीय गुण को प्रभावित करता है। परमाणु अणु के रूप में रासायनिक यौगिक बनाने के लिए रासायनिक आबंध द्वारा एक या अधिक अन्य परमाणुओं को संलग्न कर सकते हैं। परमाणु की संघटित और असंघटित करने की क्षमता प्रकृति में हुए बहुत से भौतिक परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है, और रसायन शास्त्र के अनुशासन का विषय है। रसायन विज्ञान के दादाजी चंदन को कहा गया है
परमाणु
अणु भी जिन सूक्ष्मतिसूक्ष्म कणों से मिलकर बने होंगे उन्ही ं का नाम परमाणु रखा गया है । न्याय और वैशेषिक के मत से इन्हीं परमाणुओं के संयोग से पृथ्वी आदि द्रव्यों की उत्पत्ति हुई है जिसका क्रम प्रशस्तपाद भाष्य में इस प्रकार लिखा गाय हैं । जब जीवों के कर्मकल के भोग का समय आता है तब महेश्वर की उस भोग के अनुकूल सृष्टि करने की इच्छा होती है । इस इच्छा के अनुसार जीवों के अद्दष्ट के बल से वायु पर- माणुओं में चलन उत्पन्न होता है । इस चलन से उन पर- माणुओं में परस्पर संयोग होता है । दो दो परमाणुओं के मिलने से 'द्वयणुक' उत्पन्न होते हैं । तीन द्वयणुक मिलने से 'त्रसरेणु' । चार द्वयणुक मिलने से 'चतुरणुक' इत्यादि उत्पन्न हो जाते हैं । इस प्रकार एक महान् वायु उत्पन्न होता है । उसी वायु में जल परमाणुओं के परस्पर संयोग से जलद्वयणुक जलत्रसेरणु आदि की योजना होते होते महान् जलनिधि उत्पन्न होता है । इस जलनिधि में पृथ्वी परमाणुओं के संयोग से द्वयणुकादी क्रम से महापृथ्वी उत्पन्न होती है । उसी जलनिधि में तेजस् परमाणुओं के परस्पर संयोग से महान् तेजोराशि की उत्पत्ति होती है । इसी क्रम से चारो महाभूत उत्पन्न होते हैं । यही संक्षेप में वैशेषिकों का परमाणुवाद है । परमाणु अत्यंत सूक्ष्म और केवल अनुमेय है । अतः 'तर्कामृत' नाम के एक नवीन ग्रंथ में जो यह लिखा गया है कि सूर्य की आती हुई किरणों की बीच जो धूल के कण दिखाई पड़ते हैं उनके छठे भाग को परमाणु कहते हैं, वह प्रामाणिक नहीं है । वैशेषिकों का सिद्धांत है कि कारण गुणपूर्वक ही कार्य के गुण होते हैं, अतः जैसे गुण परमाणु में होंगे वैसे ही गुण उनसे बनी हुई वस्तुओं में होगे । जैसे, गंध, गुरुत्व आदि जिस प्रकार पृथ्वी परमाणु में रहते हैं उसी प्रकार सब पार्थिव वस्तुओं में होते हैं । आधुनिक रसायन और भौतिक वा भूत विज्ञान द्वारा प्राचीनों की मूलभूत और परमाणुसंबंधी धारणा का बहुत कुछ निराकरण हो गया है
सबसे छोटा परमाणु होता है टिक क्योंकि इसकी त्रिज्या 10 मिनट दो बाटेंगे स्ट्रांग होती है ठीक है रिंगटोन रजिया कितनी होती है इसकी त्रिज्या मारी की रेडियस त्रिज्या यह मारी होती है दसमलाव 28 अंगस्ट्रोम ठीक है अन्य परमाणु की त्रिज्या 10974 इंग्लिश ट्रांसलेशन इस टाइम के मध्य होती है ठीक अन्य परमाणुओं की त्रि या अन्य परमाणु की त्रिज्या ठीक है कि त्रिज्या 10974 यंगेस्ट राम से दो इंगेस्ट राम के मध्य
एक परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। परमाणुओं बहुत छोटे हैं; विशिष्ट आकार लगभग 100 pm (एक मीटर का एक दस अरबवें) हैं। हालांकि, परमाणुओं में अच्छी तरह परिभाषित सीमा नहीं होते है, और उनके आकार को परिभाषित करने के लिए अलग अलग तरीके होते हैं जोकि अलग लेकिन काफी करीब मूल्य देते हैं।
Around 500 BC, the Greek philosophers Democritus and Leucipleucipus called the smallest indivisible particles called ATOMS. It is derived from the Greek atomio which means uncut or indivisible. But the theory has been given by Dalton.
Maharishi Kannada proposes that Paramanu (atomic) is an indestructible particle of matter. An atom is indivisible because it is a state at which no measurement can be made. He used inductive reasoning to determine the properties of atoms. He also said that Anu can have two states - the state of complete rest and the state of motion. Acharya Kannada, also known as Kashyapa, was an ancient Indian natural scientist and philosopher who formulated the theory of atoms 2500 years before the discovery of John Dalton. He founded the Vaisheshika school of Indian philosophy which was a symbol of early Indian physics.
The original meaning of the word 'atom' is 'a particle that cannot be broken down into smaller particles', but modern scientific experiments show that the atom is made up of various non-atomic particles. The constituent particles of an atom are electrons, protons and neutrons; All three are fermions. However, the atoms of hydrogen-1 have no neutrons.
The electron has a negative electric charge. Its size is very small and the mass is 9.11 × 10−31 kg. Gram. Is. The electron is the lightest of these particles.
The electron was discovered in the late 19th century, mostly attributed to J. J. Thomson goes.
The proton has a positive charge. Its mass is 1.6726 × 10−27 kg. which is 1,836 times the mass of the electron. The number of protons in an atom is called the atomic number. The proton was discovered by Ernest Rutherford in 1919
There is no electric charge on the neutron. Its mass is 1.6929 × 10−27 kg. which is 1,839 times the mass of the electron. Neutrons and protons have almost the same mass. The neutron was discovered by the English physicist James Chadwick in 1932.
nucleus
All the protons and neutrons in an atom make up a small atomic nucleus, and are collectively called a nucleon. The radius of the nucleus is approximately equal to 1.07 3√A femtometre (en:Femtometre), where A is the total number of nucleons.
This is much smaller than the radius of the atom, which is of the order of 105 femtometers.
Every atom is made up of a nucleus and the nucleus is limited by one or more electrons. The nucleus is typically composed of one or more neutrons and an equal number of protons. Protons and neutrons are called nucleons. The nucleus contains more than 99.94% of the mass of an atom. Protons have a positive electric charge, electrons have a negative electric charge, and neutrons have no electric charge.
The electrons of an atom are attracted to the protons in the nucleus of an atom by this electromagnetic force. The protons and neutrons in the nucleus are attracted to each other by a different force, the nuclear force, which is generally stronger than the electromagnetic force in which positively charged protons repel each other.
At the center of the atom is the nucleus, which has a very high density. The diameter of the nucleus is measured in Fermi. (One Fermi equal to the power of 10-15) The negatively charged electrons keep revolving around the nucleus, which is called electron cloud. The nucleus is made up of positively charged protons and uncharged (neutral) neutrons. When the number of electrons in an atom is equal to the number of protons in its nucleus, then the atom is electrically uncharged; otherwise the atom is in the form of positively charged or negatively charged ions
The number of protons in the nucleus defines a chemical element: as all copper atoms have 29 protons. The number of neutrons defines the isotope of the element. That is, the number of protons present in the nucleus of an atom is called the atomic number of that element.
The number of electrons affects the magnetic property of an atom. Atoms can attach to one or more other atoms by chemical bonds to form chemical compounds in the form of molecules. The atom's ability to organize and disorganize is responsible for many physical changes in nature, and is the subject of the discipline of chemistry. The grandfather of chemistry, sandalwood has been called
nuclear
Molecules are also made up of microscopic particles, they have been named atoms. Due to the opinion of Nyaya and Vaisheshik, due to the combination of these atoms, the earth etc. have been created, whose sequence is written in this way in the Prashapada commentary. When the time comes for the enjoyment of the deeds of the living beings, then Maheshwar has a desire to create a creation according to that enjoyment. According to this desire, due to the force of the living beings, the movement of the atoms on the air arises. Due to this trend, there is a mutual association between those atoms. Combination of two atoms gives rise to 'Dyunuk'. 'Traserenu' by getting three dvayanuks. By meeting four Dvayanuks, 'Chaturnuk' etc. are generated. In this way a great wind is generated. In the same air, due to the mutual combination of water atoms, a great water fund is created. In this water body, by the combination of earth atoms, the great earth is generated in the order of duality. In the same Jalnidhi, the great Tejorashi is generated by the mutual combination of Tejas atoms. From this sequence the four great elements are born. This in essence is the atomism of the Vaisheshikas. The atom is very subtle and only permissible. Therefore, in a new book named 'Tarkamrita', it has been written that the sixth part of the dust particles visible in the midst of the incoming rays of the sun is called atoms, it is not authentic. The principle of the Vaisheshikas is that the causes are the properties of the action by the properties, so the properties will be in the objects made of them, just as the properties will be in the atom. For example, the way smell, gravity etc. live in the earth atom, in the same way all the terrestrial things are there. By modern chemistry and physical or geology, a lot of the basic and atomic concepts of the ancients have been resolved.
The smallest atom is tick because its radius 10 minutes will be divided by two, it is strong, what is the ringtone radius, its radius is the radius of mari, it is the radius of mari, it is ten angstrom 28 angstrom ok, the radius of the other atom is 10974 English translation In the middle of this time is exactly the radius of the other atom or the radius of the other atom is exactly that the radius 10974 between two inst rams from youngest rams
An atom is the smallest constituent unit of any ordinary substance that has the properties of a chemical element. Every solid, liquid, gas, and plasma is composed of neutral or ionizing atoms. Atoms are very small; Typical sizes are around 100 pm (one ten billionth of a meter). However, atoms do not have well-defined boundaries, and there are different ways of defining their shape that give different but fairly close values.
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