Measurement ,physical quantity SI unit symbol

मापन (Measurement) व मात्रक 
हम किसी भी भौतिक राशि की माप ज्ञात करने के लिए उस राशि के एक निश्चित परिमाण को “मानक” (Standard) मान लेते हैं तथा इस मानक को कोई नाम दे देते हैं। इसी को उस राशि का “मात्रक” (Unit) कहते हैं। और किसी दी गई राशि को इसके मात्रक से तुलना को मापन कहते हैं।
दूसरे शब्दों में ‘दो भौतिक राशियों के बीच के तुलनात्मक अध्ययन को मापन कहते है।’
To find the measure of any physical quantity, we take a certain quantity of that quantity as "Standard" and give a name to this standard. This is called the "unit" of that amount. And the comparison of a given quantity with its unit is called measurement.
 In other words 'measurement is the comparative study between two physical quantities'.

भौतिक राशियाँ
जिस राशि का मापन किया जा सकता है, उसे भौतिक राशि कहते हैं। जैसे – लंबाई, द्रव्यमान, ताप, विद्युत धारा, दाब, बल इत्यादि।
किसी भौतिक राशि की माप अथवा तौल को व्यक्त करनें के लिए निम्न बातों की जानकारी होना अति आवश्यक है-

किसी राशि के मापन के निर्देश मानक को मात्रक (Unit) कहते हैं। अथवा जिसमें दी गई भौतिक राशि मापी जाती है उसे ही मात्रक (Unit) कहते हैं। मात्रक या राशियाँ दो प्रकार की होती हैं –
The quantity which can be measured is called a physical quantity. For example, length, mass, temperature, electric current, pressure, force etc.
 To express the measure or weight of a physical quantity, it is very important to know about the following things-

 The standard for the measurement of a quantity is called a unit. Or in which a given physical quantity is measured, it is called a unit. There are two types of units or quantities –

मूल मात्रक या मूल राशियाँ
संख्यात्मक या आंकिक मान उस राशि के परिमाण को प्रदर्शित करता है अर्थात यह बताता है कि उस राशि में उसका मात्रक कितनी बार सम्मिलित हैं
किसी राशि का मात्रक जितना छोटा होता चला जाता है, उसका संख्यात्मक मान उतना ही बढ़ता जाता है।
Numerical or numeric value shows the magnitude of that quantity, that is, it tells how many times its units are included in that quantity.
 The smaller the unit of a quantity gets, the more its numerical value increases.

मात्रकों की प्रणाली या पद्धतियाँ
1. CGS पद्धति (सेंटीमीटर ग्राम सेकंड) प्रणाली
इसे फ्रेंच या मीट्रिक पद्धति भी कहते हैं। इस प्रणाली में दूरी को सेंटीमीटर, भार को ग्राम तथा समय को सेकंड में मापते हैं।
It is also called the French or metric system. In this system distance is measured in centimeters, weight in grams and time in seconds.

2. MKS पद्धति (मीटर किलोग्राम सेकंड) प्रणाली
यह पद्धति CGS पद्धति का ही एक रूप है। इस प्रणाली में दूरी को मीटर, भार को किलोग्राम तथा समय को सेकंड में मापते हैं।
This method is a variant of the CGS method. In this system distance is measured in meters, weight in kilograms and time in seconds.

3. FPS पद्धति (फुट पाउंड सेकंड) प्रणाली
इसे ब्रिटिश पद्धति भी कहते हैं। इस प्रणाली में दूरी को फुट, भार को पाउंड तथा समय को सेकंड में मापते हैं।
It is also called British method. In this system distance is measured in feet, weight in pounds and time in seconds.

4. SI पद्धति (अंतर्राष्ट्रीय मानक) प्रणाली
भारत में मीट्रिक और एस आई प्रणाली 1957 से लागू है।
इस पद्धति में सात मूल मात्रक (Fundamental Unit) तथा दो संपूरक मात्रक (Supplementary Unit) होते हैं। 
Metric and SI system is in force in India since 1957.
In this system there are seven Fundamental Units and two Supplementary Units.
इस प्रकार भौतिकी के अध्ययन के लिए कुल छः राशियाँ ‘मूल राशियाँ’ मानी जाती हैं-
 (1) लंबाई, (2) द्रव्यमान, (3) समय, (4) वैद्युत धारा, (5) ताप, (6) ज्योति-तीव्रता (luminous intensity)।

Thus, for the study of physics, a total of six quantities are considered to be 'fundamental quantities'-
 (1) length, (2) mass, (3) time, (4) electric current, (5) heat, (6) luminous intensity

मात्रकों की एस॰ आई॰ प्रणाली (International System of Units)
इस प्रणाली में लंबाई का मात्रक “मानक मीटर”, द्रव्यमान का मात्रक “मानक किलोग्राम”, समय का मात्रक “मानक सेकंड”, वैद्युत धारा का मात्रक “एम्पियर”, ताप का मात्रक “केल्विन”, तथा ज्योति-तीव्रता का मात्रक “कैन्डला” है।

मूल मात्रक
भौतिक राशि SI मात्रक संकेत
1. लंबाई मीटर (meter) m
2. द्रव्यमान किलोग्राम (kilogram) kg
3. समय सेकंड (Second) sec
4. ताप केल्विन (Kelvin) K
5. वैद्युत धारा एम्पियर (ampere) A
6. ज्योति-तीव्रता कैन्डला (candela) cd
7. पदार्थ का परिमाण मोल (mol) mol

संपूरक मात्रक
1. समतल कोण रेडियन (radian) rd
2. घन कोण स्टेरेडियन (steradian) sr

In this system the unit of length is “standard metre”, the unit of mass is “standard kilogram”, the unit of time “standard second”, the unit of electric current “ampere”, the unit of heat “Kelvin”, and the unit of light-intensity “candela”. " Is.

 physical quantity SI unit symbol

1. Length m
2. Mass kilogram (kilogram) kg
3. Time sec
4. Temperature Kelvin K
5. Electric current ampere A
6. Light-Intensity Candela cd
7. Mole of substance (mol) mol

 complementary unit
 1. plane angle radian rd
 2. Cubic angle steradian sr

मात्रक और राशि में अंतर
दूरी और मीटर में, दूरी एक राशि (Quantity) है जबकि मीटर एक मात्रक (Unit)। अर्थात किसी राशि के माप को व्यक्त करने के लिए मात्रक आवश्यक होता है। अतः मात्रक के बिना राशि, और राशि के बिना मात्रक दोनों का स्वतंत्र रूप से कोई अस्तित्व नाही है।
In distance and meter, distance is a quantity while meter is a unit. That is, a unit is necessary to express the measure of a quantity. Therefore, a quantity without a unit, and a unit without a quantity, both do not exist independently.

मूल मात्रक या मूल राशियाँ (Fundamental Unit or Quantities)
वे राशियाँ जिनमें किसी एक राशि को दूसरी राशि के मात्रक में बदला अथवा उससे संबन्धित नहीं किया जा सकता, उन्हें “मूल राशियाँ” तथा इनके मात्रक को “मूल मात्रक” कहते हैं।
विभिन्न भौतिक राशियों को देखनें से पता चलता है कि उनको मापने के लिए अलग अलग मात्रकों की आवश्यकता होगी। परंतु इससे मात्रकों की संख्या इतनी अधिक हो जाएगी कि उन्हें याद रखना असंभव होगा।
अनेक भौतिक राशियाँ परस्पर एक दूसरे से संबधित होती हैं जैसे – चाल को दूरी और समय से व्यक्त करते हैं। अतः चाल के मात्रक को दूरी और समय के मात्रकों में व्यक्त किया जाता है। इस प्रकार हम जानते हैं कि चाल का मात्रक “मीटर प्रति सेकंड” (m/s) होता है।
The quantities in which one quantity cannot be converted into or related to the units of another quantity are called "fundamental quantities" and their units are called "fundamental units".
 Looking at different physical quantities shows that different units will be needed to measure them. But this would make the number of units so large that it would be impossible to remember them.
 Many physical quantities are related to each other such as speed is expressed by distance and time. Therefore, the unit of speed is expressed in the units of distance and time. Thus we know that the unit of speed is "meter per second" (m/s).

यान्त्रिकी में प्रयोग होने वाली राशियाँ को “द्रव्यमान, लंबाई और समय” में व्यक्त किया जाता है। इन तीनों राशियों के मात्रक एक दूसरे से पूर्ण रूप से स्वतंत्र हैं। तथा इनमें से किसी एक भी राशि को दूसरी राशि के मात्रक में बदला अथवा उससे संबन्धित नहीं किया जा सकता। अतः इन राशियों को “मूल राशियाँ” तथा इनके मात्रक को “मूल मात्रक” कहते हैं।
अन्य सभी राशियों जैसे क्षेत्रफल, चाल, घनत्व, बल, कार्य, इत्यादि के मात्रकों को मूल मात्रकों में ही व्यक्त किया जाता है।
The quantities used in mechanics are expressed in "mass, length and time". The units of these three quantities are completely independent of each other. And none of these quantities can be converted into a unit of another quantity or related to it. Therefore, these quantities are called "fundamental quantities" and their units are called "fundamental units".
 The units of all other quantities like area, speed, density, force, work, etc. are expressed in the basic units only.

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