Cell and Cell structure

कोशिका

सर्वप्रथम 1665 ई. में रार्बट हुक ने साधारण सूक्ष्मदर्शी से कार्क की पतली काट में कोशिका को देखा। वास्तव में हुक द्वारा देखी गई कोशिकायें मृत कोशिकाएं थी। सन् 1674 ई. में ल्यूवेन हाॅक ने विकसित सूक्ष्मदर्शी द्वारा जीवित कोशिकाओं का अध्ययन किया।
प्रत्येक जीव का शरीर सूक्ष्य इकाइयों से बना होता है, जिन्हें कोशिका कहते हैं। जीवों के शरीर में होने वाली समस्त क्रियाएं भी कोशिकाओं के द्वारा ही होती है। अतः कोशिका ही जीवों की मुख्य संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है।
कोशिकाओं की तुलना हम ईंटों से कर सकते हैं। जिस प्रकार विभिन्न ईंटों को जोड़ कर भवन का निर्माण किया जाता है उसी प्रकार विभिन्न कोशिकाएँ एक दूसरे से जुड़कर प्रत्येक सजीव के शरीर का निर्माण करती हैं।

कोशिका से सम्बन्धित विज्ञान की शाखा को कोशिका विज्ञान Cytology कहते हैं।

वे जीव जिनका शरीर केवल एक कोशिका का बना होता है, एककोशिक जीव कहलाते हैं, जैसे - अमीबा, क्लेमाइडोमोनस। अनेक कोशिकाओं से बने जीव बहुकोशिक जीव कहलाते हैं, जैसे - कवक, पादप, जन्तु।

एककोशिक जीवों में सभी जैव क्रियाएं जैसे पोषण, श्वसन, उत्सर्जन, वृद्धि एवं जनन शरीर की एक कोशिका द्वारा ही की जाती है।

बहुकोशिक जीवों में विभिन्न कार्यों के लिये विभिन्न प्रकार के कोशिका समूह मिलते हैं, जिन्हें ऊतक कहते हैं।

कोशिका के कार्य
प्लाजमा झिल्ली कोशिका के भीतर सभी भागों को घेरे रखती हैं।
यह कोशिका को आकृति प्रदान करती हैं (जंतु कोशिकाओं में) उदाहरण लालरूधिर कोशिकाओं अस्थि कोशिकाओं आदि की विशिष्ट आकृति प्लाज्मा झिल्ली के कारणही होती हैं।
इसमें से हाके र विशिष्ट पदार्थ कोशिका के भीतर या बाहर आ जा सकते हैंलेकिन सभी पदार्थ नहीं। अत: इसे चयनात्मक रूप से पारगम्य कहा जाता हैं

कोशिका सिद्धान्त
सन् 1838-39 में जन्तु वैज्ञानिक थियोडोर श्वान व पादप वैज्ञानिक मैथियास श्लीडन ने कोशिका सिद्धान्त प्रस्तुत किया, जिसके अनुसार 

1. प्रत्येक जीव का शरीर एक या अनेक कोशिकाओं का बना होता है।

2. कोशिका सभी जैव क्रियाओं की मूलभूत इकाई है। सजीवों में होने वाली समस्त क्रियायें कोशिका के अन्दर ही होती है।

3. कोशिका आनुवांशिकी की इकाई है, क्योंकि इनके केन्द्रक में आनुवंशिक पदार्थ पाया जाता है।

4. नई कोशिकाएं पूर्व उपस्थित कोशिकाओं से बनती हैं।

नोट
विषाणु कोशिका सिद्धांत का पालन नहीं करते हैं।

कोशिका के प्रकार
प्रोकेरियोटिक(अविकसित कोशिका)
यूकैरियोटिक(विकसित कोशिका)

1. प्रौकेरियाटिक: ऐसी कोशिकायें जिनमें केन्द्रक पदार्थ केन्द्रक झिल्ली के बिना होता है। जैसे - जीवाणु, नीले हरे शैवाल।

2. यूकैरियोटिक: ऐसी कोशिकाओं में केन्द्रक आवरण से घिरा सुस्पष्ट केन्द्रक पाया जाता है। जैसे - पौधे व जन्तु।

जन्तु कोशिका 
कार्बोहाइड्रेट ग्लाइकोजन के रूप में संचित होता है
जटिल गालजीकाय उपस्थित होता है
जन्तु कोशिका के ऊपर कोशिका भित्ती नहीं पायी जाती। 
केन्द्रकाय उपस्थित 
केन्द्रक कोशिका के मध्य में होता है 
सेन्ट्रोसोम पाया जाता है 
लाइसोसोम उपस्थित 
हरित लवक अनुपस्थित 
रिक्तिका छोटी तथा संख्या में अधिक होती है। 
माइटोकाॅन्ड्रिया ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं 

पादप कोशिका
पादप कोशिका के ऊपर सेलुलोज की बनी कोशिका भित्ती पायी जाती है
केन्द्रकाय अनुपस्थित
इनमें केन्द्रक एक तरफ होता है
इसमें सेन्ट्रोसोम नहीं पाया जाता है
लाइसोसोम अनुपस्थित
हरित लवक उपस्थित
रिक्तिका बड़ी संख्या में कम होती है।(सामान्यतः एक ही)
इसमें माइटोकाॅन्ड्रिया कम पाए जाते हैं।
इसकी उप बाॅडी डिक्टियोसोम पायी जाती है
कार्बोहाइड्रेट स्टार्च के रूप में संचित होता है

गुणसूत्र - छोटे होते हैं गुणसूत्र - बड़े होते हैं
ग्लाइओक्सिज़ोम नहीं होते ग्लाइओक्सिज़ोम होते हैं
अन्तःप्रदव्यी जालिका अधिक मात्रा में होती है अन्तःप्रदव्यी जालिका दूर-दूर होती है।
नोट
मानव में सबसे बड़ी कोशिका अण्डाणु है।
जीव जगत में सबसे छोटी कोशिका माइकोप्लाज्मा गैलेसेपटीकम है।
तंत्रिका कोशिका कभी विभाजित नहीं होती और यह शरीर की सबसे लंबी कोशिका है।
मानव में सबसे छोटी कोशिका शुक्राणु है।
जीव जगत में सबसे बड़ी कोशिका शुतुर्मुर्ग का अण्डा है

कोशिका संरचना
सूक्ष्मदर्शी से कोशिका का अध्ययन करने पर कोशिका की संरचना तीन भागों में विभाजित दिखाई पड़ती है।

1. प्लाज्मा झिल्ली/कोशिका झिल्ली
2. केन्द्रक
3. कोशिका द्रव्य

1. कोशिका झिल्ली (Cell membrane): 
कोशिका झिल्ली लिपिड (Lipid) और प्रोटीन (Protein) की बनी होती है। प्रत्येक कोशिका के सबसे बाहर चारों ओर एक बहुत पतली, मुलायम और लचीली झिल्ली होती है जिसे कोशिका झिल्ली या प्लाज्मा झिल्ली या प्लाज्मा मेम्ब्रेन (Plasma membrane) कहते हैं। यह झिल्ली जीवित एवं अर्द्ध पारगम्य (semipermeable) होती है। चूँकि इस झिल्ली द्वारा कुछ पदार्थ ही अंदर तथा बाहर आ-जा सकते हैं, सभी पदार्थ नहीं। अतः इसको चयनात्मक पारगम्य झिल्ली (selectively permeable membrane) भी कहते हैं। इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी में यह एक दोहरी झिल्ली के रूप में दिखलायी पड़ती है जिसमें बीच-बीच में अनेक छिद्र मौजूद होते हैं। 

2. कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm): 
कोशिकाद्रव्य एक बहुत गाढ़ा पारभासी(Translucent) एवं चिपचिपा पदार्थ है।जीवद्रव्य (Protoplasm) का वह भाग जो केन्द्रक एवं कोशिका भित्ति के बीच होता है, उसे कोशिकाद्रव्य कहा जाता हैं। इसमें अनेक कार्बनिक पदार्थ (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा), तथा अकार्बनिक पदार्थ (खनिज, लवण एवं जल) होते हैं, जो निर्जीव पदार्थ हैं। 

कोशिकाद्रव्य में उपस्थित कोशिकांग-

राइबोसोम (Ribosome): 
इसकी खोज 1955 ई. में पैलेड (Palade) ने की थी। ये ऐसे कण हैं जो केवल इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से ही दिखाई देते हैं। ये अन्तः प्रद्रव्यी जालिका की झिल्लियों की सतह पर सटे होते हैं या फिर अकेले या गुच्छों में कोशिकाद्रव्य में बिखरे रहते हैं। ऐसे राइबोसोम जो गुच्छों में मिलते हैं, पॉली राइबोसोम (Polyribosome) या पॉलीसोम (Polysome) कहलाते हैं। ये रचनाएँ प्रोटीन और आर.एन.ए. (RNA) की बनी होती हैं। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण में भाग लेता है।

अन्त: प्रद्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum): 
जन्तु एवं पादप कोशिकाओं के कोशिकाद्रव्य में अत्यंत सूक्ष्म,झिल्लीदार, शाखित, अनियमित नलिकाओं का घना जाल होता है। इस जालिका को अन्तःप्रद्रव्यी जालिका कहा जाता हैं। यह लाइपोप्रोटीन की बनी होती है और कोशिकाओं में समानान्तर नलिकाओं के रूप में फैली रहती है। कोशिकाओं में इनका विस्तार कभी-कभी केन्द्रक की बाह्य झिल्ली से प्लाज्मा झिल्ली तक होता है।
लाइसोसोम (Lysosome): 
Lysosome शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों Lyso तथा Soma से बना है। लाइसो का अर्थ पाचक तथा सोमा का अर्थ काय है यानि Lysosome का अर्थ पाचक काय या लयन काय है। लाइसोसोम की खोज डी डवे (De Duve) ने की थी। एलेक्स नोविकॉफ़ (Alex Novikoff ) ने इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप द्वारा कोशिका में लाइसोसोम को देखा तथा इसे लाइसोसोम का नाम दिया। यह एकल झिल्ली आबंध कोशिकांग है

माइटोकॉण्ड्रिया (Mitochondria): 
इसकी खोज 1890 ई. में अल्टमेन (Altman) नामक वैज्ञानिक ने की थी। अल्टमेन ने इसे बायोब्लास्ट तथा बेण्डा ने माइटोकॉण्डिया कहा। इसका आकार (size) और आकृति (shape) परविर्तनशील होता है। यह कोशिकाद्रव्य में कणों (Chondriomits), सूत्रों (Filament), छड़ों (Chondriconts) और गोलकों (Chondriospheres) के रूप में बिखरा रहता है। 

लवक (Plastid): 
यह केवल पादप कोशिकाओं में पाये जाते हैं। ये कोशिकाद्रव्य में चारों ओर बिखरे रहते हैं। ये आकार में मुख्यतः अंडाकार, गोलाकार या तश्तरीनुमा (Dise shaped) होते हैं। इसके अलावा ये भिन्न-भिन्न आकार जैसे- तारानुमा, फीतानुमा, कुण्डलाकार आदि भी हो सकते हैं। ये तीन प्रकार के होते है-

(i) अवर्णीलवक (Leucoplasts): यह स्टार्च कणिकाओं एवं तेलबिन्दु को बनाने एवं संग्रहीत करने हेतु उत्तरदायी होता है।यह पौधों के उन भागों की कोशिकाओं में पाया जाता है, जो सूर्य के प्रकाश से वंचित रहते हैं। जैसे-जड़ एवं भूमिगत तनों में।

(ii) वर्णीलवक (Chromoplast): 
ये रंगीन लवक होते हैं जो प्रायः लाल, पीले एवं नारंगी रंग के होते हैं। ये पौधों के रंगीन भागों जैसे-पुष्प, फलाभिति, बीज आदि में पाये जाते हैं।

(iii) हरित लवक (Chloroplast): 
पर्णहरित में मैग्नीशियम (Mg) धातु उपस्थित होता है।पौधों के लिए हरित लवक बहुत ही महत्वपूर्ण कोशिकीय संरचना है, क्योंकि इसी में मौजूद वर्णकों (Chlorophyll) की सहायता से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सम्पन्न होती है। इस कारण हरित लवक को कोशिका का रसोई घर कहा जाता है। हरित लवक में पर्णहरित के अलावा कैरोटिन (Carotene) एवं जेन्थोफिल (Xanthophyll) नामक वर्णक भी पाये जाते हैं। पत्तियों का रंग पीला होने के कारण उनमें कैरोटिन का निर्माण होना है। 

रसधानी (vacuole): 
जन्तु कोशिकाओं में रसधानियाँ छोटी होती हैं जबकि पादप कोशिकाओं में ये बड़ी होती हैं। पादप कोशिकाओं की रसधानियों में कोशिका रस (Cell sap) भरा रहता है जो कि निर्जीव पदार्थ होता है।
कोशिका की रसधानियाँ (vacuoles) चारों ओर से एक अर्द्धपारगम्य झिल्ली से घिरी रहती है, जिसे टोनोप्लास्ट (Tonoplast) कहते हैं। रसधानियाँ छोटी अथवा बड़ी हो सकती हैं। इन रसधानियों के अंदर ठोस या तरल पदार्थ भरा रहता है। 

तारककाय (Centrosome): 

इसकी खोज 1888 ई. में बोवेरी ने की थी। यह केवल जन्तु कोशिका में पाया जाता है। यह एक बेलन जैसी रचना के रूप में दिखती है। यह जन्तु कोशिका के केन्द्रक के पास एक छोटा-सा चमकदार क्षेत्र होता है। इसमें एक या दो सूक्ष्म रचनाएँ होती हैं जिन्हें सेन्ट्रिओल (Centriole) कहते हैं। प्रत्येक सेन्ट्रिओल के चारों ओर धागे की तरह तारक रश्मियाँ (Astral rays) दिखायी पड़ती हैं।

गॉल्जी काय (Golgi body)
इसको पहली बार तंत्रिका कोशिका में केन्द्रक के पास कैमिलो गॉल्जी (Camillo Golgi) ने देखा। उनके नाम पर इस संरचना को गॉल्जी काय का नाम दिया गया।
गॉल्जीकाय बहुरूपिय होती है, अर्थात अलग-अलग प्रकार की कोशिकाओं में इसकी संरचना भी अलग-अलग होती है। केवल इसी कोशिकांग में निश्चित ध्रुवीयता पायी जाती है।

नाभिकीय अम्ल (Nucleic acid):
नाभिकीय अम्ल की खोज फ्रेडरिक मिशर ने की थी।
जैवरासायनिकी के परिप्रेक्ष्य में, ये अणु आनुवांशिक सूचना पहुँचाने का कार्य करते हैं, साथ ही ये कोशिकाओं का ढाँचा भी बनाते हैं। सामान्यतः उपयोग होने वाले नाभिकीय अम्ल हैं डी एन ए या डीऑक्सी राइबो नाभिकीय अम्ल एवं आर एन ए या राइबो नाभिकीय अम्ल। नाभिकीय अम्ल प्राणियों में सदा ही मौजूद होता है, क्योंकि यह सभी कोशिकाओं और यहाँ तक की विषाणुओं में भी होता है। नाभिकीय अम्ल (Nucleic acid) बहुलक मैक्रोअणु (विशाल जैव-अणु) होता है, जो एकलकिक न्यूक्लियोटाइड्स की शृंखलाओं से बना होता है।
3. केन्द्रक (Nucleus): 
प्रत्येक जीवित कोशिका में प्रायः एक केन्द्रक पाया जाता है, लेकिन कुछ कोशिकाओं में एक से अधिक केन्द्रक पाये जाते हैं। केन्द्रक के अंदर गाढ़ा अर्द्धतरल द्रव्य भरा रहता है, जिसे केन्द्रकद्रव्य (Nucleoplasm) कहते हैं। केन्द्रकद्रव्य में महीन धागों की जाल जैसी रचना पायी जाती है जिसे क्रोमेटिन जालिका (Chromatin network) कहते हैं।
कोशिका में केन्द्रक की खोज 1831 ई. में रॉबर्ट ब्राउन (Robert Brown) ने की थी। कोशिका द्रव्य के बीच में एक बड़ी, गोल एवं गाढ़ी संरचना पाई जाती है जिसे केन्द्रक कहते हैं। इसके चारों ओर दोहरे परत की एक झिल्ली होती है, जिसे केन्द्रक कला या केन्द्रक झिल्ली (Nuclear membrane) कहते हैं। इसमें अनेक केन्द्रक छिद्र होते हैं जिसके द्वारा केन्द्रक द्रव्य एवं कोशिका द्रव्य के बीच पदार्थों का आदान-प्रदान होता है। 

cell
For the first time in 1665 AD, Robert Hooke saw the cell in a thin cut of cork with an ordinary microscope. In fact the cells that Hooke saw were dead cells. In 1674 AD, Leuven Hawke studied living cells by the developed microscope.
The body of every organism is made up of microscopic units called cells. All the activities in the body of living beings are also done by the cells. Therefore, the cell is the main structural and functional unit of living organisms.   
We can compare cells with bricks. Just as a building is made by joining different bricks, in the same way different cells connect with each other to form the body of each living being.

The branch of science related to cells is called cytology.
Organisms whose body is made up of only one cell are called unicellular organisms, e.g. Amoeba, Chlamydomonas. Organisms composed of many cells are called multicellular organisms, e.g. fungi, plants, animals.
In unicellular organisms, all the biological activities such as nutrition, respiration, excretion, growth and reproduction are performed by a single cell of the body.
In multicellular organisms, different types of cell groups are found for different functions, which are called tissues.

cell functions
Plasma membrane surrounds all parts of the cell.
It gives shape to the cell (in animal cells) e.g. red blood cells bone cells etc. The specific shape is due to plasma membrane.
From this, certain substances can enter or exit the cell, but not all substances. Hence it is called selectively permeable

cell theory
In 1838-39, animal scientist Theodor Schwann and plant scientist Mathias Schleiden presented the cell theory, according to which

1. The body of every organism is made up of one or more cells.

2. Cell is the basic unit of all biological activities. All the activities that take place in living things take place inside the cell.

 3. Cell is the unit of genetics, as the genetic material is found in their nucleus.

 4. New cells are formed from pre-existing cells.

Note
 Viruses do not follow the cell principle.

cell type
prokaryotic (underdeveloped cell)
eukaryotic (evolving cell)

1. Prokaryotic: Cells in which nuclear material is without nuclear membrane. For example - bacteria, blue-green algae.
 2. Eukaryotic: Such cells have a distinct nucleus surrounded by a nuclear envelope. For example, plants and animals.

Animal cell
Carbohydrate is stored as glycogen
Complex gall bladder is present
The cell wall is not found above the animal cell.
central body present
the nucleus is in the middle of the cell
centrosome is found
lysosomes present
Green reaper absent
Vacuoles are smaller and more numerous.
Mitochondria are found in large numbers

plant cell
Cell wall made of cellulose is found above the plant cell
nucleus absent
In these, the nucleus is on one side
It does not contain centrosomes
Lysosomes absent
green reaper present
Vacancies are less in number. (usually only one)
It has less mitochondria.
Its sub body dictyosome is found in
Carbohydrate is stored as starch
Chromosomes - are smaller Chromosomes - are larger
no glyoxisomes are glyoxisomes
The endoplasmic reticulum is more abundant, the endoplasmic reticulum is far and wide.

 Note
The largest cell in humans is the ovum.
Mycoplasma gallsepticum is the smallest cell in the living world.
The nerve cell never divides and is the longest cell in the body.
Sperm is the smallest cell in human.
The largest cell in the living world is the ostrich egg

cell fate
When the cell is studied under a microscope, the structure of the cell appears divided into three parts.

1. Plasma Membrane/Cell Membrane
2. nucleus
3. Cytoplasm

1. Cell membrane:
The cell membrane is made up of lipids and proteins. There is a very thin, soft and flexible membrane around the outside of every cell called cell membrane or plasma membrane or plasma membrane. This membrane is living and semipermeable. Since only some substances can move in and out through this membrane, not all substances. Hence it is also called selectively permeable membrane. In the electron microscope it appears as a double membrane with many holes in between.

2. Cytoplasm:
The cytoplasm is a very thick translucent and sticky substance. The part of the protoplasm which lies between the nucleus and the cell wall is called cytoplasm. It consists of many organic substances (carbohydrates, proteins and fats), and inorganic substances (minerals, salts and water), which are non-living substances.

Cell organelles present in the cytoplasm-

Ribosome:
It was discovered by Palade in 1955 AD. These are particles that are visible only with an electron microscope. These endoplasmic reticulum are adjacent to the surface of the membranes or are scattered singly or in clusters in the cytoplasm. Such ribosomes which are found in clusters are called polyribosome or polysome. These structures are proteins and RNA. (RNA) are made of. The ribosome takes part in protein synthesis.

Endoplasmic reticulum: 
The cytoplasm of animal and plant cells consists of a dense network of very fine, membranous, branched, irregular tubules. This reticulum is called the endoplasmic reticulum. It is made up of lipoproteins and is spread in the form of parallel tubules in the cells. In cells, they sometimes extend from the outer membrane of the nucleus to the plasma membrane.

Lysosome:
The word lysosome is derived from two Greek words lyso and soma. Lyso means digestive body and soma means body i.e. lysosome means digestive body or lyre body. Lysosomes were discovered by De Duve. Alex Novikoff observed the lysosome in the cell by electron microscope and named it lysosome. This single membrane bond is the cytoplasm

 Mitochondria:
 It was discovered in 1890 AD by a scientist named Altman. Altmann called it bioblast and Banda called mitochondria. Its size and shape are variable. It is scattered in the cytoplasm in the form of Chondriomits, Filament, Chondriconts and Chondriospheres.

Lavak (Plastid):
They are found only in plant cells. They are scattered around in the cytoplasm. They are mainly oval, circular or dish shaped in shape. Apart from this, they can be of different shapes such as star-shaped, tape-shaped, annular etc. These are of three types-

(i) Leucoplasts: 
It is responsible for the formation and storage of starch granules and oil dots. It is found in the cells of those parts of plants which are deprived of sunlight. For example, in roots and underground stems.

(ii) Chromoplast:
These are colored prawns which are usually red, yellow and orange in color. They are found in the colored parts of plants like flowers, fruit, seeds etc.

 (iii) Chloroplast:
Magnesium (Mg) metal is present in the foliage. Green pigment is a very important cellular structure for plants, because the process of photosynthesis takes place with the help of the pigments present in it (Chlorophyll). For this reason, the chloroplast is called the kitchen of the cell. In addition to chlorophyll, pigments called carotene and xanthophyll are also found in the green leaf. Due to the yellow color of the leaves, there is a formation of carotene in them.

Vacuole:
The vacuoles are small in animal cells while they are large in plant cells. The vacuoles of plant cells are filled with cell sap, which is a non-living substance.
The vacuoles of the cell are surrounded by a semipermeable membrane called tonoplast. The vacuoles can be small or large. These vacuoles are filled with solid or liquid substances.

Centrosome:
It was discovered by Boveri in 1888 AD. It is found only in animal cells. It appears as a cylinder-like structure. It is a small shiny area near the nucleus of an animal cell. It consists of one or two microscopic structures called centriole. Astral rays are seen around each centriole like a thread.
 
Golgi body
It was first observed by Camillo Golgi near the nucleus in a nerve cell. This structure was named Golgi body after him.
The Golgi body is polymorphic, meaning its structure is different in different types of cells. Only this cell organelle has definite polarity.

Nucleic acid:
Nuclear acid was discovered by Friedrich Mischer.
In the context of biochemistry, these molecules serve to carry genetic information, as well as form the structure of cells. Commonly used nuclear acids are DNA or deoxy ribonucleic acid and RNA or ribonucleic acid. Nuclear acid is always present in living beings, as it is present in all cells and even in viruses. Nucleic acid polymers are macromolecules (large biomolecules) made up of chains of monomeric nucleotides.

 3. Nucleus:
 There is usually one nucleus in every living cell, but some cells have more than one nucleus. Inside the nucleus is filled with a thick semi-liquid substance, which is called nucleoplasm. A network of fine threads is found in the nucleus, which is called chromatin network.
The nucleus in the cell was discovered by Robert Brown in 1831 AD. A large, round and thick structure is found in the middle of the cytoplasm, which is called the nucleus. There is a double layer membrane around it, which is called nuclear membrane or nuclear membrane. It has many nuclear pores through which the exchange of substances between the nucleus and the cytoplasm takes place.

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