संदेश

दिसंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

permanent magnet moving coil(स्थाई चुंबक चल कुंडली)

चित्र
# pmmc instrument (permanent magnet moving coil):- * इस यंत्र का उपयोग डीसी सप्लाई पर किया जाता है! * इस यंत्र में स्थाई चुंबक का उपयोग होता है! * यह एक स्थाई चुंबक चल कुंडली यंत्र है! * यह यंत्र uniform magnetic field (एक समान चुंबकीय क्षेत्र) उत्पन्न करता है! * यह यंत्र डीसी मोटर के सिद्धांत पर कार्य करता है! * इस यंत्र की घुमाव दिशा फ्लेमिंग बाएं हाथ नियम से ज्ञात किया जाता है! * इस यंत्र में नियंत्रण सिस्टम के रूप में स्प्रिंग नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया जाता है! * पीएमएमसी यंत्र में भंवर धारा अवमंदक बल का उपयोग किया जाता है! * इस यंत्र का पैमाना (linear)रेखीय या अनुपातिक होता है! * अगर इस यंत्र को एसी सप्लाई से जोड़ दें तो टॉर्क होता है! * इस यंत्र का विक्षेपण बल विद्युतधारा के समानुपाती होता है! * इस यंत्र का विक्षेपण angle (कोण) 150 डिग्री तक होता है! # advantage (लाभ):- * इस यंत्र का पैमाना अनुपातिक होता है! * इस यंत्र के साथ शंट व मल्टीप्लायर का उपयोग करके उच्च माप प्राप्त किया जा सकता है! * इस यंत्र के द्वारा अच्छी शुद्धता के साथ मापन किया जाता है! # disadvanta...

working of indicating instrument(सूचक यंत्र की कार्यप्रणाली)

# Working of indicating instrument (सूचक यंत्र की कार्यप्रणाली) :- सूचक यंत्र पॉइंटर(सूचक) के माध्यम से इलेक्ट्रिकल वैल्यू(विद्युतीय मान) का मापन करता है जैसे:- पावर फैक्टर मीटर, वाट मीटर इत्यादि! सूचक यंत्र में तीन बल कार्य करते हैं:- (1) deflection torque (विक्षेपण बल) (2) controlling torque (नियंत्रण बल) (3) damping torque (अवमंदक बल) (1) deflection torque (विक्षेपण बल):- * स्केल पर प्वाइंटर (सूचक) को चलाने के लिए जो बल लगता है उसे विक्षेपण बल कहा जाता है! * विक्षेपण बल विद्युतधारा के समानुपाती होता है! * D.T=I(धारा) (2) controlling torque (नियंत्रण बल):- * सूचक को स्केल पर नियंत्रित करने का कार्य करता है! * नियंत्रण बल विक्षेपण बल के विपरीत कार्य करता है! * सूचक को शुन्य स्थिति पर लाने का कार्य नियंत्रण बल करता है! * स्टैंड स्टील (स्थिर स्थिति)में विक्षेपण बल नियंत्रण बल के बराबर होता है!  DT=CT # नियंत्रण बल के प्रकार:- (A) spring control (स्प्रिंग नियंत्रण) (B) gravity control (गुरुत्वीय नियंत्रण) (A) spring control (स्प्रिंग नियंत्रण):- * स्प्रिंग नियंत्रण प्रणाली में फॉस्फर...

safety device (सुरक्षा युक्ति),फ्यूज(FUSE)

चित्र
(2) FUSE  (अग्नित्र):- * यह असामान्य अवस्था में कार्य करने वाली युक्ति है! * यह उष्मीय सिद्धांत पर कार्य करता है! * फ्यूज का निर्धारण एंपियर (A) में किया जाता है! * इसका मुख्य कार्य अत्यधिक धारा से बचाना है! * यह युक्ति अतिभार व लघु परिपथ से सुरक्षा करता है! * फ्यूज संजीव(live), कला,फेज, जीवित तार के श्रेणी     क्रम में लगाया जाता है! * फ्यूज में निम्न गलनाक, निम्न प्रतिरोध, उच्च                 प्रतिरोधकता होनी चाहिए! * फ्यूज तार सीसा+टिन की मिश्र धातु से बना होता है! * सामान्य फ्यूज तार का अनुपात (टिन+सीसा)               63%+37%होता है! * फ्यूज तार का रासायनिक नाम pb+sn होता है! * सामान्य फ्यूज पोर्सलिन या चीनी मिट्टी का बना होता     है! #  फ्यूज के प्रकार :- (A) किटकैट फ्यूज (B) कार्टिज फ्यूज (C) एचआरसी फ्यूज (A) किटकैट फ्यूज:- * इस फ्यूज को पुन: तार स्थापन फ्यूज कहा जाता है! * इस फ्यूज का ज्यादातर इलेक्ट्रिकल में यूज़ किया जाता है! * इस फ्यूज का उपयो...

safety device (सुरक्षा युक्ति),circuit breaker (परिपथ वियोजक)

#सुरक्षा युक्ति (safety device):-  वे युक्तियां जो         असामान्य अवस्था में परिपथ को अत्यधिक धारा से       बचाती है, सुरक्षा युक्ति के निम्न भाग हैं! (1)  Circuit breaker  (परिपथ वियोजक):- * यह सामान्य व असामान्य दोनों अवस्था में परिपथ को     नियंत्रित करता है! * सामान्य अवस्था में यह नियंत्रण युक्ति की भांति कार्य     करता है! * असामान्य अवस्था में यह सुरक्षा युक्ति की भांति कार्य     करता है! # Types of circuit breaker:- (A) MCB(miniature circuit breaker):- * इसे लघु परिपथ वियोजक कहां जाता है! * एमसीवी सामान्य व असामान्य अवस्था में कार्य करती     है! * एमसीवी 1 पोल 2 पोल 3 पोल 4पोल मे बनी होती है! * एमसीवी की रेटिंग एंपियर (A) में लेते हैं! * एमसीवी 5 एंपियर से 60 एंपियर 240 वोल्ट से 415     वोल्टेज के लिए बनाई जाती है! * मैकेनिकल ऑपरेशन= 5×1k * Electrical operation= 5×10k * Breking capacity= 9kA #  Types of MCB:- (a) मैग्नेटिक थर्मल टाइप एमसीब...

ohm's law(ओह्म का नियम), kirchof law(किरचोफ नियम)

चित्र
(1) ohm's law(ओह्म का नियम):- * नियत लंबाई,नियत क्षेत्रफल,नियत प्रतिरोधकता,नियत तापमान पर बंद डी सी परिपथ में प्रतिरोध के सिरों पर उत्पन्न होने वाला विभवांतर धारा के अनुक्रमानुपाती होता है!  * यह नियम एसी व डीसी दोनों परिपथ पर लागू होता है! * यह नियम एसी व डीसी के रेखिक परिपथ पर लागू होता है! * यह नियम चरघतांकी/अरैखिक परिपथ पर लागू नहीं होता है! * V= IR * I=V/R *R=V/I (2) किरचॉफ का नियम :- * किरचॉफ का नियम एसी व डीसी दोनों परिपथ पर लागू होता है! * यह नियम एसी व डीसी के रेखिक परिपथ पर लागू होता है! #किरचॉफ के दो नियम है:- (A) किरचॉफ करंट लॉ(KCL) (B) किरचॉफ वोल्टेज लॉ(KVL) (A) किरचॉफ करंट लॉ (किरचॉफ धारा नियम):- * यह नियम समांतर परिपथ पर लागू होता है! * इसमें आवेश सरक्षण का सिद्धांत लागू होता है! * किसी नोड या संधि पर धारा का मान शुन्य होता है! * अगर परिपथ में सामान लोड लगे हैं तो बीजगणितीय योग होगा! * अगर परिपथ में असामान लोड लगे हैं तो फेजर/ वेक्टर/ रेखीय योग होगा! * असमान भार होने पर प्रभावी मान नहीं लेंगे इस समय तत्कालिक मान लेंगे! (B) किरचॉफ वोल्टेज लॉ (क...

वायरिंग के उपसाधन , control device(नियंत्रण युक्ति)

चित्र
#   नियंत्रण युक्ति:- यह युक्ति सामान्य अवस्था में परिपथ को तोड़ने व जोड़ने का कार्य करती है, यह युक्ति असामान्य अवस्था में कार्य नहीं करती इसके निम्न प्रकार हैं!                                                            (1)  SPST(single Pole single throw):-        *  यह एक वन वे स्विच है!                                        * यह स्विच एक ओर से युक्ति को नियंत्रित करता है!        * इस स्विच मे दो कांटेक्ट होते हैं!                                * यह स्विच 6A/16A ,240 वोल्टेज के लिए उपयोग        किया जाता है!                ...